बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना -A wonderful scheme for girls-2023
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मिलकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम बनाया है, जो बालिकाओं को बचाने और सशक्त करने के लिए है।
केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मिलकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम बनाया है, जो बालिकाओं को बचाने और सशक्त करने के लिए है।
इस योजना का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 कोकिया गया था। इस योजना के अंतर्गत निम्न लिंगानुपात वाले प्रथम 100 जिलों को प्रारंभ में शामिल किया गया था। इस योजना में निम्न बाल लिंगानुपात का आधार 2011 की जनगणना को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
2011 की जनगणना के मुताबिक बाल लिंगानुपात-
हम सभी यह जानते हैं कि हमारे देश की जनसंख्या काफी में तेजी से वृद्धि हो रही है, लेकिन इनमें लड़कियों का अनुपात लड़कों के अनुपात से काफी कम है । जहां पहले 1000 लड़कों पर 927 लड़कियां ही थी । लेकिन 2011 की जनगणना मे इन आंकड़ों में थोड़ी वृद्धि देखने को मिली और तब 1000 लड़कों के हिसाब से 943 लड़कियां जन्म लेती थी।
ऐसी अन्य रोचक जानकारी के लिए आप हमारी आधिकारिक वेबसाइट hindidiaries.info पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
यह हमारे लिए यह काफी दुख की बात है कि यूनिसेफ ( UNISEF ) ने भारत के बाल लिंगानुपात को 195 देश में 41 स्थान पर रखा है। इसका मतलब यह है कि हम लिंगानुपात में 40 देशों से पीछे है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटी का खाता खुलवाने के बाद अभिभावक को बेटी के 14 साल पूरे होने तक निर्धारित धनराशि जमा करनी होती है, आवेदक चाहे तो प्रतिमाह 1000 रूपये या साल में सीधे एक साथ 12000 रूपये जमा कर सकते हैं, निर्धारित अवधि पूरी होने के बाद बेटी के खाते में कुल 1,68,000 रूपये की राशि जमा हो जाएगी। 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर उसे 6,07,128 रुपये मिलेंगे।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के उद्देश्य-
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के अस्तित्व को और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है ।
- बालिकाओं को शोषण से बचाना है और सही गलत के विषय में उन्हें जागृत करना है ।
- बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करना भी इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
- इस योजना के उद्देश में शिक्षा के माध्यम से लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है ।
- लोगों को जागरूक करना तथा महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजना और सेवाएं सेवाओं में सुधार करना भी है।
- इस योजना के अंतर्गत बेटियों को अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ाना और उनकी भागीदारी को भी निश्चित करना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनाको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनाको को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए
- बालिकाओं में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक सामाजिक आंदोलन और नागरिकों में जागरूकता निर्माण करना है।
- सार्वजनिक विमर्श करना और उसे संशोधित करते रहना और सुशासन भी बनाए रखना है।
- निम्न लिंगानुपात वाले जिलों की पहचान करना और ऐसे जिलों पर विशेष ध्यान देना है।
- परिवर्तन लाने के लिए स्थानीय महिला संगठनों युवाओं की भागीदारी ,पंचायती राज्य संस्थाओं , स्थानीय निकायों और जमीनी स्तर पर जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को प्रेरित करना और उन्हें प्रशिक्षित करना है।
- अधिक से अधिक बालिकाओं को वह महिलाओं को सुशिक्षित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देना भी है।
- बेटियों के माता-पिता को उनकी बेटियों को एक उच्च शिक्षा संस्थान में दाखिला लेने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
- बेटी और बेटे के बीच एक समानता स्थापित करना है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लाभ तथा विशेषताएं–
- इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं के अस्तित्व को उनकी सुरक्षा को और उनकी शिक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा। इस योजना की सहायता से लिंगानुपात में भी सुधार होने लगेगा।
- इस योजना से भ्रूण हत्या पर भी रोक लगेगी।
- प्लीज योजना के माध्यम से बालिकाओं के जीवन स्तर में सुधार आएगा और उनका भविष्य भी उज्जवल होगा।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत ध्यान देने योग्य समूह-
- प्राथमिक: युवा और नवविवाहित जोड़े, गर्भवती और छोटे बच्चों की माताएं, माता पिता
- मध्यवर्ती— युवा, किशोर, डॉक्टर, निजी अस्पताल, नर्सिंग होम और डायग्नोस्टिक केंद्र
- तृतीय – अधिकारी, पंचायती राज संस्थान, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता, महिला स्वयं सहायता समूह/सामूहिक, धार्मिक नेता, स्वयंसेवी संगठन, मीडिया, चिकित्सा संघ, उद्योग संघ, आम जनता ।
योजना के ऑफलाइन फॉर्म को आवेदक बैंक या पोस्ट ऑफिस से प्राप्त कर सकते हैं।
Beti Bachao Beti Padhao Yojana वित्तीय प्रावधान–
इस योजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए केंद्र सरकार अंब्रेला योजना के तहत कार्य कर रही है , साथ ही साथ जिला स्तर के घटक के लिए 100% वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
सहायता अनुदान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सीधे चाइनीस जिलों के जिला कलेक्टर के द्वारा जारी किया जाएगा।
डिस्टिक एक्शन प्लान को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा या सोशल वेलफेयर एवं मिनिस्ट्री ऑफ वुमन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट भारत सरकार के साथ साझा किया जाएगा।
जिला स्तर पर की गई वित्तीय प्रगति एवं उसकी भौतिक रिपोर्ट की दूसरी किस्त अभी जारी की जाएगी जब पहली जमा की गई किस्त का ब्योरा सविस्तार प्रदान किया गया होगा।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना संक्षिप्त जानकारी
योजना का नाम | बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना |
केद्वारा आरंभ की गई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
कब शुरू की गई तिथि | 22 जनवरी, 2015 |
योजना का संबंधित विभाग | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
वर्ष | 2023 |
आवेदन करने का माध्यम | ऑनलाइन/ऑफलाइन दोनों |
योजना की श्रेणी | केंद्र सरकारी योजना |
लाभार्थी | देश की सभी बेटियां |
योजना का उद्देश्य | बेटियों को शिक्षित करके उनके भविष्य को सुरक्षित करना |
आधिकारिक वेबसाइट | wcd.nic.in |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की ऑफिसियल वेबसाइट का नाम बताइए ?
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की ऑफिसियल वेबसाइट का नाम wcd.nic.in है।
इस योजना में कितने वर्ष की बालिका का खाता खुलवाया जा सकता है?
इस योजना के अंतर्गत 1 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की बालिका का खाता खुलवाया जा सकता है।
इस योजना का लाभ एक परिवार की कितनी बालिकाओं को मिल सकेगा?
इस योजना का लाभ एक परिवार की दो बालिकाओं को मिल सकेगा।