Thursday, November 14, 2024
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Janani Suraksha Yojana: गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा 24

जननी सुरक्षा योजना (JSY) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) का एक महत्वपूर्ण घटक है, Janani Suraksha Yojana का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना और गरीब गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery) के लिए प्रोत्साहित करना है।

Janani Suraksha Yojana

जननी सुरक्षा योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  • मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी:
    गरीब गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्रदान करके संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर (Maternal and Infant Mortality) को कम करना।
  • संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना:
    महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए अस्पतालों में प्रसव कराने के लिए प्रेरित करना, ताकि कोई जटिलता (Complication) होने पर उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
  • गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल:
    गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं की मुफ्त चिकित्सा देखभाल और टीकाकरण (Vaccination) की सुविधाएं प्रदान करना।

  • संस्थागत प्रसव के लिए वित्तीय सहायता:
    योजना के तहत, गरीब गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए प्रोत्साहन राशि (Incentive) दी जाती है, ताकि वे अस्पताल में प्रसव कराएं।
  • निःशुल्क प्रसव सुविधाएं:
    सरकारी अस्पतालों और मान्यता प्राप्त संस्थानों में सामान्य प्रसव (Normal Delivery) और सीज़ेरियन ऑपरेशन (Cesarean Operation) की सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैं।
  • नवजात शिशुओं के लिए चिकित्सा देखभाल:
    बीमार नवजात शिशुओं (Sick Newborns) को भी चिकित्सा उपचार की सुविधा निःशुल्क दी जाती है।
  • गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण:
    गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर जरूरी टीकाकरण (Vaccination) कराकर सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित किया जाता है।
  • समुदाय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ASHA) की भूमिका:
    आशा कार्यकर्ता (ASHA Workers) गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने, टीकाकरण कराने और प्रसव के बाद उचित देखभाल के लिए जागरूक करती हैं।

जननी सुरक्षा योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं:

  • गरीब और पिछड़ी वर्ग की महिलाएं:
    इस योजना का लाभ विशेष रूप से बीपीएल (Below Poverty Line) परिवारों की महिलाओं को दिया जाता है।
  • ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू:
    यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की गरीब गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध है। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को ज्यादा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
  • पहली और दूसरी संतान के लिए:
    योजना के तहत वित्तीय सहायता का लाभ पहली और दूसरी संतान के जन्म के लिए ही मिलता है।

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  • संस्थागत प्रसव की सुविधाएं:
    इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery) के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है।
  • वित्तीय प्रोत्साहन:
    योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 1400 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 1000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
  • निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं:
    सरकारी अस्पतालों में प्रसव और नवजात शिशुओं के लिए जरूरी उपचार की सेवाएं मुफ्त में उपलब्ध होती हैं।
  • टीकाकरण और पोषण:
    गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को टीकाकरण (Immunization) और पोषण संबंधी सेवाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं।

जननी सुरक्षा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। वे गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों तक पहुंचाने, समय पर टीकाकरण कराने, और प्रसव के बाद देखभाल के लिए जिम्मेदार होती हैं। आशा कार्यकर्ताओं को योजना के तहत काम करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, जिससे वे अपनी सेवाओं को बेहतर तरीके से दे सकें।


गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में सीज़ेरियन ऑपरेशन (Cesarean Delivery) और सामान्य प्रसव (Normal Delivery) दोनों की मुफ्त सुविधा प्रदान की जाती है। इसके साथ ही अस्पतालों में प्रसव के दौरान होने वाले किसी भी प्रकार के जटिलताओं (Complications) का निःशुल्क इलाज भी किया जाता है।


इस योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाएं निम्नलिखित कदम उठा सकती हैं:

  • आवेदन पत्र भरना:
    गर्भवती महिला या उसके परिवार के सदस्य निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से जननी सुरक्षा योजना का आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
  • प्रमाण पत्र संलग्न करना:
    आवेदन के साथ बीपीएल कार्ड, पहचान पत्र, गर्भावस्था से संबंधित दस्तावेज, और बैंक खाता विवरण जमा करना अनिवार्य होता है।
  • आशा कार्यकर्ता से संपर्क करना:
    आशा कार्यकर्ता (ASHA Worker) गर्भवती महिलाओं को आवेदन प्रक्रिया में सहायता करती हैं और उन्हें योजना के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं।

जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana) ने देश की गरीब और पिछड़ी वर्ग की गर्भवती महिलाओं के जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस योजना ने संस्थागत प्रसव के माध्यम से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में मदद की है। साथ ही, यह योजना न केवल महिलाओं को प्रसव के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देती है, बल्कि नवजात शिशुओं की भी देखभाल सुनिश्चित करती है।


Janani Suraksha Yojana के तहत कौन सी महिलाएं लाभार्थी बन सकती हैं?

जननी सुरक्षा योजना का लाभ बीपीएल (Below Poverty Line) परिवार की गर्भवती महिलाएं और पिछड़े वर्ग की महिलाएं उठा सकती हैं।

Janani Suraksha Yojana के तहत कितनी वित्तीय सहायता मिलती है?

ग्रामीण क्षेत्रों में 1400 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 1000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

Janani Suraksha Yojana के तहत सभी प्रसव मुफ्त होते हैं?

हां, सरकारी अस्पतालों में सामान्य प्रसव और सीज़ेरियन ऑपरेशन दोनों की सुविधाएं मुफ्त होती हैं।

Janani Suraksha Yojana का आवेदन कैसे किया जा सकता है?

योजना का आवेदन निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से प्राप्त आवेदन पत्र भरकर और आवश्यक दस्तावेज जमा करके किया जा सकता है।

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