Benefits of Curd for Good Health 24
Benefits of curd
हम सभी जानते हैं कि आयुर्वेद विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा प्रणाली है । प्राचीन समय से ही आयुर्वेद ने स्वस्थ एवं “सुडौल” शरीर के लिए कई प्रकार के नियम निर्धारित किये है, जैसे योग, ध्यान , प्राणायाम , व्यायाम इत्यादि । उनके साथ-साथ ही आयुर्वेद में खान-पान के विषय में भी काफी गहराई से प्रकाश डाला गया है खान-पान के साथ-साथ ही जड़ी बूटी फलों का रस पत्तियां साथ सब्जियां को दूध गौ-दही इत्यादि का भी आयुर्वेद में विशेष महत्व दिया गया है ।
आज हम दही के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं । आपसे निवेदन है कि आप इस लेख को पूरा पढ़े और आपके एवं आपके परिवार एवं मित्रों के स्वास्थ्य को एवं शरीर को तंदुरुस्त रखें ।
एक शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए हमारा शरीर शारीरिक रूप से , भावनात्मक रूप से एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है । दीर्घायु के लिए , पुरानी बीमारियों से बचने के लिए जीवन को जीने के कई तरीके हो सकते हैं ।जीवन जीने की गुणवत्ता विभिन्न प्रकारों से बढ़ाई जा सकती है, जैसे कि संतुलित आहार ,व्यायाम इत्यादि ।
हमारे शरीर को आवश्यक और सर्वोत्तम प्रदर्शन बनाए रखने के लिए पोषक तत्व आवश्यक हैं ।
नियमित रूप से पौष्टिक भोजन हमारे शरीर को ऊर्जा विटामिन खनिज और अन्य महत्वपूर्ण तत्वों को बनाए रखना है । शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भोजन में आहार का एक महत्वपूर्ण महत्व है । आहार में जब हम फलों सब्जियों जो कि विटामिन खनिज और एंटी ऑक्साइड के गुना से भरपूर है और वह हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं । बीमारी को शरीर में प्रवेश करने से रोकते हैं । इस तरह शरीर में लगने वाले फाइबर जो कि हमारे स्वास्थ्य और पाचन को बनाए रखते हैं क भी एक महत्वपूर्ण योगदान है ।
इस तरह सबूत अनाज का सेवन करना हमारे शरीर में ऊर्जा को बनाए रखना है।
इस तरह दूध और दही भी हमारे शरीर हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी आवश्यक एवं महत्वपूर्ण है। डेरी उत्पादन जैसे की दूध ,दही, मक्खन, पनीर इत्यादि हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है । दातों के लिए लगने वाला कैल्शियम प्रदान करते हैं। इस तरह खाद्य पदार्थों में मांस मछली बींस और नट जैसे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ शरीर के प्रोटीन और मांसपेशियों के विकास और उनकी मदद मरम्मत के लिए आवश्यक है ।
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हमारे मस्तिष्क का स्वास्थ्य एवं हार्मोन की उत्पत्ति अच्छे वसा पर भी निर्भर करता है यह सब हमें नोट्स एवोकाडो और जैतून के तेल से प्राप्त होते हैं ।
कोई भी व्यक्ति पोषक तत्वों से भरपूर विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री को नियमित रूप से अपने शामिल करने से हमारा शरीर स्वस्थ एवं बलिष्ठ रहता है । आज हम इनमें से एक महत्वपूर्ण तत्व दही के विषय में सब विस्तार जानकारी लेंगे।
दही यह एक लचीला घतक है । इसमें लैक्टोज का स्तर कम होता है , पचने में आसान होता है । आज हम दही के विषय में कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करते हैं।
दही में उच्च कैल्शियम स्टार होने के कारण हमारी हड्डियों को वह मजबूती प्रदान करता है साथ ही साथ मांसपेशियों के विकास के लिए एवं उनकी मरम्मत के लिए भी सहायक है। दहीस्वादिष्ट, स्वास्थ्य पूरक एवं संतुलित आहार है। दही का सेवन हम कई रूप में भी कर सकते हैं।
आज हम Benefits of curd दही के कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डालेंगे ।
Benefits of curd मजबूत इम्यूनिटी के लिए
दही प्रोबायोटिक से भरपूर होने के कारण हमारे प्रति रक्षा क्षमता को का भी बढ़ावा मिलता है । दही में लैक्टोबैसिलस और अन्य सहायक बैक्टीरिया होते हैं, जिससे हमारे शरीर की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और एवं हमारी प्रतिरक्षक संबंधी कार्यों के पूर्ति करता है । इसके अलावा दही में प्रोटीन ,कैल्शियम ,विटामिन बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं । सभी शरीर के प्रति रक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं दही का नियमित रूप से सेवन करने से संक्रमण एवं बीमारियों की जोखिम को कम किया जा सकता है ।
दही पाचन के लिए भी लाभदायक है।
जैसा कि हमने ऊपर पढ़ा है , दही में प्रोबायोटिक सामग्री के साथ-साथ ही लैक्टोबैसिलस जैसे अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं ,इसलिए दही के सेवन से हमारी पाचन तंत्र प्रणाली बेहतर होती है और पोषक तत्वों के अवशोषण में हमें सहायता मिलती है । दही से आंतों में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है जो दस्त कब्ज और सूजन जैसे विशिष्ट पाचन समस्याओं से मुक्ति दिलाने में सहायक है । दही में उच्च लैक्टिक एसिड होने की वजह से लैक्टोज के टूटने में भी यह सहायता देते हैं।
Benefits of curd वजन सामान्य बनाए रखने में भी दही का महत्वपूर्ण योगदान है।
कम कैलोरी और उच्च प्रोटीन होने के कारण दही वजन घटाने में काफी उपयोगी साबित होता है । दही में जो प्रोटीन होता है वह भूख को काम करता है और हमें अधिक खाने से रोकता है । यह हमें महसूस करता है कि हमारा पेट अभी भरा हुआ है साथ ही साथ शरीर को लगने वाली ऊर्जा भी बनाए रखना है । दही चयपचय और पाचन में सुधार करता है और वसा और पोषण तत्व को टूटने में मदद करता है । इसके अलावा उच्च वसा ऊर्जन उत्सर्जन और वसा के अवशोषण में आने वाली कमी को दही के द्वारा काम किया जा सकता है।
रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए
दही में पोटेशियम कैल्शियम एवं मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह हमारे शरीर के रक्तचाप को कम करने में मदद करता है । दही शरीर में सोडियम के स्तर के संतुलन को भी बनाए रखता है ,साथ ही साथ पोटेशियम की मदद से रक्त वही को के तनाव को भी काम करता है इस तरह स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने में सहायक होता है । दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक के कारण सूजन और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है और हमारे हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है।
Benefits of curd त्वचा के पोषण के लिए दही
दही यह त्वचा के लिए एक बहुत ही उपयोगी पोषण तत्व है । दही का उपयोग फेस मास्क के रूप में भी किया जाता है ।इस चेहरे पर लगाने से त्वचा कोशिकाओं को फिर से जीवित करने में मदद मिल सकती है और हमारा हमारी त्वचा चमकीली एवं प्राकृतिक रंग को बनाएं रखने में मदद मिलती है । इसमें पाए जाने वाला लैक्टिक एसिड होने के कारण हमारी त्वचा स्वस्थ रह सकती है । इसके हाइट रेटिंग गुण हमारी त्वचा की कोमलता को बनाए रखते हैं और सूखेपन को काम करते हैं ।
दही में नियमित रूप से जस्ता ,विटामिन, बी 2 और विटामिन बी 12 जैसे महत्वपूर्ण खनिज पाए जाते हैं इसलिए दही के सेवन से त्वचा के स्वास्थ्य को अंदर एवं बाहर स्वस्थ बनाएं रखने में मदद मिलती है।
Benefits of curd हड्डियों के लिए दही महत्वपूर्ण है।
हम सभी जानते हैं की दही में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी होता है जो हमारे हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में और दांतों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है । दही में प्राप्त कैल्शियम हड्डी की ताकत को और उसके घनत्व को बनाए रखना है । दही में फास्फोरस भी होता है फास्फोरस की मदद से हड्डियों को मजबूत करने में और उन्हें ठीक करने में भी दही का सेवन गुणकारी होता है।
दही के सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी से संबंधित अन्य विकारों को कम करने में मदद मिलती है। अपने आहार में नियमित रूप से दही को शामिल करने से आपकी हड्डियों को मजबूती मिलेगी और ढलती उम्र में भी हड्डियों को सुडौल बनाने में मदद मिलेगी।
दही के कई स्वास्थ्य लाभ है इसके साथ-साथ ही इसके सेवन करने से पहले हमें कुछ सुरक्षा उपायों को की भी जानकारी होना आवश्यक है।
दही में पाए जाने वाले अभीष्ट लैक्टोज के कारण कुछ लोगों के पाचन संबंधी परेशानी का कारण बन सकता है।
पूर्ण वसावाला दही कोलेस्ट्रॉल को बढ़ता है और वजन को बढ़ाने में सहायक होता है। इसलिए हम अपनी आवश्यकता अनुसार वसा मुक्त या कम वसा वाला दही हीं सेवन करें।
एलर्जी कुछ लोगों को डेरी उत्पादन से एलर्जी भी रहती है इसलिए उन्हें दही का सेवन करने से बचना चाहिए।
बड़े-बड़े स्टोर में पाए जाने वाले दही के पैकेट में स्वीट और एडिशिव्स अलग से जोड़े जाते हैं, इस प्रकार दही के प्राकृतिक गुणधर्मों में कमी आ जाती है इसलिए हम दही को अपने घर में ही बनाने की प्रक्रिया को अपनए एवं स्वस्थ रहे ।
आपने ऊपर लिखे गए दोनों लेखो को इतने ध्यान से पढ़ा , आपका बहुत-बहुत धन्यवाद । हम आपके लिए समय-समय पर ऐसे ही रोचक एवं जानकारी युक्त लेख लेकर आते रहेंगे।
रोजाना दही खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
इम्यूनिटी: दही विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ा सकता है।
हड्डियाँ: नियमित रूप से कैल्शियम से भरपूर दही खाने से आप अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं।
दही किसे नहीं खाना चाहिए?
लैक्टोज या डेयरी उत्पादों से एलर्जी होने पर दही से दूर रहना चाहिए। दही को कम मात्रा में खाना चाहिए जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक है या किडनी की बीमारी है। अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा है ताकि आप अनुशंसित मात्रा से अधिक भोजन न करें।
क्या गर्मी में दही अच्छा होता है?
दही एक लोकप्रिय भारतीय ग्रीष्मकालीन खाना है, जो शरीर को ठंडक देता है और कई स्वास्थ्य लाभ देता है, इसलिए यह ग्रीष्मकालीन भोजन में अनिवार्य है।
आयुर्वेद के अनुसार दही कब खाना चाहिए?
सुबह या दोपहर में दही खाना सबसे अच्छा है। आयुर्वेद के अनुसार, पाचन को सुधारने के लिए दोपहर में दही खाना चाहिए। दही को रात में खाने से नींद का चक्र और पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।