PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना- A great Initiative – 2023
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना -यह योजना एक भारत सरकार द्वारा जारी की गई अनेक कल्याणकारी योजनाओं में से एक योजना है इस योजना का शुभारंभ वित्त वर्ष 2020- 21 से हुआ था ,और यह वित्त वर्ष 2024-25 तक जारी रहेगा।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना-इस योजना के मुख्य उद्देश्य
- केंद्र सरकार ने इस योजना की अवधि 5 सालों तक तय की है।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के छोटे लघु खाद्य उद्योग को बढ़ावा देना है।
- यह योजना भारत देश के प्रत्येक जिले में छोटे वन उत्पादन को प्रोत्साहित करना है ।
- इस योजना के अंतर्गत खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और उसकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
- इस योजना में उद्यमियों को एक निश्चित मात्रा में सब्सिडी प्रदान करना और उन्हें वित्तीय सहायता देना निश्चित किया गया है ।
- विभिन्न उद्योगों को सुचारू रूप से चलने के लिए इच्छुक उद्यमियों को प्रशिक्षण देना का भी कम इस योजना के तहत किया जाएगा।
- इस योजना का एक मुख्य उद्देश्य देश के ग्रामीण भागों में रोजगार के अवसर उत्पन्न करना और बेरोजगारी को कम करना भी है।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना-के लिए केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित राशि-
इस योजना की अवधि 5 वर्षों के लिए निर्धारित की गई है । केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020 21 में इस योजना के लिए ₹10000 करोड खर्च करने का निश्चय किया है । इस योजना के तहत निर्धारित की गई राशि केंद्र सरकार स्वयं वहन करेगी।
इस योजना के अंतर्गत 4 वर्षों तक आने वाला पूर्ण खर्च को केंद्र और सभी राज्य केंद्र शासित प्रदेश के सरकारों के बीच 60:40 के अनुपात में साझा किया जाएगा । उसी तरह पूर्वोत्तर और हिमालय तलहटी राज्यों में इसका अनुपात 90:10 रहेगा। इस योजना के अंतर्गत उद्यमियों को उसके योग्य उत्पादन लागत पर अधिकतम 10 लख रुपए की सीमा के साथ क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी 35% तक प्राप्त होगी।
यह योजना एक जिला एक उत्पादन इस तर्ज पर आधारित होगी।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के लाभ-
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे और लघु व्यवसायों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है।
- लघु खाद्य व्यवसायियों के राजस्व को गति देने ,उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में सब्सिडी प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
- इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण अंचल में इच्छुक लोगों को प्रशिक्षण देना प्रशासनिक किया सहायता करना है।
- इस योजना का के संचालन से देश में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करना और बेरोजगारी की दर को घटाना भी है।
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PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत इच्छुक उद्यमियों को प्राथमिकता निर्धारण-
- यह योजना एक जिला एक उत्पाद और को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है।
- इसके अंतर्गत उद्योग की पहचान समूह के चयन के माध्यम से की जाती है।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक उद्यमी जिला स्तर पर अपने आवेदन कर सकते हैं ,इसके बाद जिला स्तरीय समिति इसका अवलोकन करेगी और प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर सक्षम अभ्यर्थियों के साथ साक्षात्कार किया जाएगा।
- जिला स्तरीय समिति द्वारा सिफारिश की गई सफल व्यक्ति बाद में अपने डीपीआर समिति को सौंपेंगे और उसके बाद वह बैंक से आसानी से लोन प्राप्त कर सकेंगे डीपीआर के साथ लगने वाले सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करना यह उद्योजक का कार्य है।
- जिला स्तरीय समिति द्वारा प्रस्तुत की गई अलग-अलग इकाइयों को सहमति प्रदान करना या राज्य सरकार का अधिकार है।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक पात्रता-
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को स्थाई रूप से भारत का निवासी होना आवश्यक है।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक छोटे एवं बड़े उद्योगपति दोनों योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- इस योजना का लाभ देने के लिए आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष या इससे अधिक होना आवश्यक है।
- आवेदक को कम से कम आठवीं पक्ष कक्षा पास होना आवश्यक है।
- इस योजना का लाभ एक परिवार एक व्यक्ति के तहत निर्धारित किया गया है।
- इच्छुक आवेदक जिस उद्योग के लिए आवेदन कर रहा है वह स्वयं उसका मालिक होगा।
- इस योजना के तहत उत्तेजक को कम से कम 10 श्रमिकों को रोजगार देना आवश्यक रहेगा।
- प्रोपराइटरशिप या पार्टनरशिप फर्म इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- इस योजना राशि में लगने वाली आवश्यक की भूमि की लागत को शामिल नहीं किया गया है।
- अगर उद्योजक ने इच्छुक उद्योग के लिए किसी की भूमि को लीज पर अथवा भाड़े पर ली है तो यह परियोजना के लिए भाड़ा चिठ्ठी कम से कम 3 वर्षों की अवधि के लिए आवश्यक है।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना-लगने वाले आवश्यक दस्तावेज
योजना का लाभ लेने वाले आवश्यक दस्तावेज निम्न प्रकार से निर्धारित किए गए हैं।
आवेदक को अपना आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र , आयु प्रमाण पत्र , उद्योग से जुड़े सभी दस्तावेज, बैंक खाते का पूर्ण विवरण ,मोबाइल नंबर और साथ में दो पासपोर्ट फोटो आवश्यक है।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना – के तहत आवेदन करने की विधि-
इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक उद्यमी इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर होम पेज पर क्लिक करें।
होम पेज पर आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का विकल्प दिखाई देगा उसे पर क्लिक करने पर अगला पेज खुल जाएगा ।इस पेज पर आपको साइन अप का विकल्प दिखाई देगा जैसे आप इस पर क्लिक करेंगे आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा।
इस फॉर्म पर पूछी गई सभी जानकारियों को ध्यान से पढ़ें और उसमें पूर्ण विवरण दर्ज करें। इसके बाद आप Register (रजिस्टर) के बटन पर क्लिक करें । फिर आप पोर्टल पर लॉगिन करें, उस पर आपको Select beneficiary type(सिलेक्ट बेनिफिशियरी टाइप) दिखाई देगा इस पर आपको अपनी आईडी पासवर्ड दर्ज कर सोम बीच वाले बटन पर क्लिक करें।
इस प्रक्रिया के पूर्ण होने पर आपके सामने एक आवेदन फॉर्म खुलेगा। इस फॉर्म पर पूछी गई सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़कर आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे अपलोड करें। और बाद में आप Submit बटन को दबाए। इस तरह आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना – के बारे में संक्षिप्त जानकारी
योजना का नाम | PM Suksham Khadya Udyog Unnayan Yojana |
शुरू की गई | केंद्र सरकार द्वारा |
संबंधित मंत्रालय | खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय |
लाभार्थी | देश के छोटे और लघु खाद्य उधमी |
उद्देश्य | उद्योमियो को उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान |
निर्धारित बजट | 10000 करोड़ रुपए |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | pmfme.mofpi.gov.in |
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के विषय में जानकारी दीजिए।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे एवं लघु उद्योगपतियों को उनके व्यवसाय को सुचारू रूप से चलने के लिए आर्थिक सहायता के साथ-साथ ही अन्य तरह की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनाइस योजना के अंतर्गत अब तक कितने लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है?
पूर्वांचल के 10 जिलों में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है इस योजना के तहत 2087 किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है. अब तक 891 किसानों को इसका लाभ मिल चुका है ।
PMFME प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के लिए कितनी राशि निर्धारित की गई है?
परियोजना की लागत ( रु. 10 करोड़ ) के 35% की दर से क्रेडिट लिंक्ड पूंजी सब्सिडी प्रदान की जाएगी, जिसकी अधिकतम सीमा रु. 3.00 करोड़.निर्धारित की गई है ।