Thursday, September 19, 2024
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Mudra Loan For Dairy Farm-24

Mudra Loan For Dairy Farm

भारत में दूध और दूध से जुड़े उत्पादों की बढ़ती मांग ने छोटे किसानों के लिए डेयरी खेती को एक आकर्षक और लाभकारी विकल्प बना दिया है। छोटे किसानों को स्वतंत्र रूप से उत्पादन करने का अवसर देने वाली डेयरी कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जो आधीनिक कृषि की दिशा में बड़े बदलाव का सामना कर रहा है।

भारत में छोटे किसानों के लिए डेयरी खेती शुरू करना साहसिक कदम हो सकता है, Mudra Loan For Dairy Farm यह उन्हें सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा दे सकता है। यह उन्हें पैसे कमाने का एक साधन देता है।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत डेयरी फार्मिंग के लिए ऋण लिया जा सकता है। डेयरी पशु खरीदने के लिए किसानों को 9 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी मिलेगा

Mudra Loan For Dairy Farm

सबसे पहले, छोटे किसानों को एक अच्छी जगह का चयन करना चाहिए। विभिन्न प्रकार का घास और चारा पशुओं को पर्याप्त पोषण देने के लिए एक अच्छा स्थान होता है। पानी की सुरक्षित और स्वच्छ आपूर्ति भी बहुत महत्वपूर्ण है।

छोटे किसानों को कृषि की शुरुआत में अच्छी जानकारी और तकनीक की जरूरत होती है। उन्हें स्थानीय और उपयुक्त पशुओं का चयन करना चाहिए। पशुओं की देखभाल, भोजन और चिकित्सा के लिए विशेषज्ञ सलाह भी आवश्यक है।

छोटे किसानों को एक सुरक्षित और स्वच्छ डेयरी खेत बनाने में पर्याप्त ध्यान देना चाहिए। पशुओं की स्वास्थ्य और उत्पादकता के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था, साफ और सुरक्षित आवास और उचित स्वच्छता आवश्यक हैं।

डेयरी उत्पादों की प्रचुर मांग के कारण छोटे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीजों का चयन करना चाहिए। उन्हें स्वस्थ और अधिक दूध उत्पादक पशुओं का चयन करना चाहिए।

डेयरी उत्पादों की प्रचुर मांग के कारण छोटे किसानों को अच्छी फसल चुनने की जरूरत है। उन्हें स्वस्थ और अधिक दूध उत्पादक पशुओं का चयन करना चाहिए।

डेयरी खेती में सफलता प्राप्त करने के लिए छोटे किसानों को अपने उत्पादों को बाजार में बेचने के लिए ठीक से प्रबंध करना चाहिए।

छोटे स्तर के डेयरी किसानों की वित्तीय समृद्धि और समर्थन को बैंक ने बढ़ावा दिया है। बैंक उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए डेयरी ऋण कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता देने का लक्ष्य रखता है, जिससे उन्हें उत्पादकता में सुधार, पशु प्रबंधन में सुधार और समर्थन के माध्यम से डेयरी क्षेत्र के विकास में योगदान करने की संभावना मिलेगी।

मुद्रा लोन योजना में 10 लाख रुपये तक की लोन राशि दी जा सकती है। आवेदक को मुद्रा लोन लेने के लिए कोई सिक्योरिटी जमा करने की आवश्यकता नहीं होती।

डेयरी प्रसंस्करण, मांस उत्पादन और प्रसंस्करण, पशु चारा, टीएमआर ब्लॉक, बाईपास प्रोटीन, खनिज मिश्रण, पोल्ट्री प्रसंस्करण और पशु चारा विश्लेषण प्रयोगशाला को 90 प्रतिशत वित्तीय सहायता मिलती है, जो मौद्रिक लोन से चलता है।

मुद्रा लोन के लिए तीन विभिन्न योजनाएं उपलब्ध हैं। इनका नाम बालक, किशोर और युवा है।

मुद्रा लोन 2 हफ़्तों में मिल जाता है. 

डेयरी फार्मिंग के लिए एसबीआई डेयरी लोन भी उपलब्ध है। इसके तहत दस से चालिस लाख रुपये का लोन मिल सकता है। यह डेयरी परियोजना के आकार पर निर्भर करता है।

बैंक छोटे किसानों की विभिन्न आवश्यकताओं को समझता है और उनकी क्षमता के अनुसार पशु क्रय, डेयरी उपकरण और बुनियादी साधन का समर्थन करने वाले ऋण उत्पादों को बनाता है।

Mudra Loan For Dairy Farm

कृषि की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, बैंक किसानों की आय चक्र से मेल खाते हैं। यह उधारदाताओं पर वित्तीय बोझ को कम करने में मदद करता है

बैंक वित्तीय समाधानों तक पहुंचने वाले छोटे किसानों को उचित ब्याज दरें देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह ऋणों को बड़े पैमाने पर मिलने में भी मदद करता है, साथ ही जिम्मेदार और प्रबंधन योग्य कर्ज को भी प्रोत्साहित करता है।

बैंक सिर्फ वित्तीय सहायता देने के बजाय, किसानों के लिए कार्यशाला, प्रशिक्षण सत्र, और शिक्षण साधनों का आयोजन करके उन्हें वित्त साक्षरता, मौद्रिक डेयरी कृषि, पशु प्रबंधन के बारे में जागरूक करता है।

2020-2021 से केंद्र सरकार ने “पशुपालन अवसंरचना विकास निधि” नामक एक नई योजना को मंजूरी दी है, जो पशु संरक्षण के लिए आवश्यक कार्यों को बनाए रखेगा। 2022 में इस योजना के लिए 15,000 करोड़ रुपये जमा हुए हैं।

Dairy Farming Loan आपको इस लोन को लेने के लिए अपने नजदीकी बैंक में जाकर आवेदन करना होगा। । इस लोन को लेने का तरीका साधारण है। आपको सिर्फ अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, प्रोजेक्ट प्रस्ताव, प्रस्ताव अप्रेजल, प्रस्ताव एडिटिंग, प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग, प्रोजेक्ट रिव्यू, प्रोजेक्ट एक्सटेंशन, प्रोजेक्ट कंप्लीशन, प्रोजेक्ट कंप्लीशन और प्रोजेक्ट क्लोजर दर्ज करना होगा।

आयु: किसानों की आयु 18 से 70 वर्ष होना चाहिए.

भारतीय नागरिकों को किसी भी बैंक या लोन संस्थान में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए.

इनमें शामिल हैं किसान, उद्यमी, गैर सरकारी संगठन (NGO), सेल्फ-हेल्प ग्रुप (SHG), ज्वाइंट लाइबिलिटी ग्रुप (JLG), मिल्क यूनियन, सहकारी समितियाँ

निर्धारित प्रोफार्मा में आवेदन के साथ फोटो

पहचान प्रमाण: पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड

रहने का प्रमाण: यूटिलिटी बिल, जैसे बिजली या पानी का बिल, या राशन कार्ड, व्यापार पंजीकृत होने का प्रमाण

किसान का पैनकार्ड नंबर

किसान का वोटर आईडी

दुग्ध समिति की सक्रिय सदस्यता का प्रमाण-पत्र

त्रिपक्षीय अनुबंध (संबंधित बैंक शाखा, दुग्ध समिति एवं समिति सदस्य के मध्य

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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